जो प्रेम तुझे न कर पाया……
जो प्रेम तुझे न कर पाया, तू सोच भला वो क्या पाया।तू तो मूरत में भी प्राण भर दे, मूरत भी न वो बन पाया। समझा जिसने भी इस विश्व…
जो प्रेम तुझे न कर पाया, तू सोच भला वो क्या पाया।तू तो मूरत में भी प्राण भर दे, मूरत भी न वो बन पाया। समझा जिसने भी इस विश्व…