न हमें मोती चाहिए, न ही कोहिनूर चाहिए,
ग़ाफ़िल
बस कुछ ज़रूरी चेहरों पे इक खास नूर चाहिए
खिले रहें ये चेहरे हर मौसम सुबह-ओ-शाम,
बस इतनी सी खुशी हमें भरपूर चाहिए
न हमें मोती चाहिए, न ही कोहिनूर चाहिए,
ग़ाफ़िल
बस कुछ ज़रूरी चेहरों पे इक खास नूर चाहिए
खिले रहें ये चेहरे हर मौसम सुबह-ओ-शाम,
बस इतनी सी खुशी हमें भरपूर चाहिए