इतनी सी खुशी…

न हमें मोती चाहिए, न ही कोहिनूर चाहिए,
बस कुछ ज़रूरी चेहरों पे इक खास नूर चाहिए
खिले रहें ये चेहरे हर मौसम सुबह-ओ-शाम,
बस इतनी सी खुशी हमें भरपूर चाहिए

ग़ाफ़िल

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