निशान-ए-आब
दर्द में मजा पाने का हुनर होगा बेशक़ अनोखाआँसू भले सूख जाते हों, दाग़ नहीं जाते।होना पड़ा जो कभी खुश उस खुदा के करम से,याद रहे, याददाश्त है ये, इससे…
दर्द में मजा पाने का हुनर होगा बेशक़ अनोखाआँसू भले सूख जाते हों, दाग़ नहीं जाते।होना पड़ा जो कभी खुश उस खुदा के करम से,याद रहे, याददाश्त है ये, इससे…
जो प्रेम तुझे न कर पाया, तू सोच भला वो क्या पाया।तू तो मूरत में भी प्राण भर दे, मूरत भी न वो बन पाया। समझा जिसने भी इस विश्व…
बढ़े चले हैं मार्ग पर, गंतव्य का पता नहीं।मनुष्य बुद्धिमान हो, कोई जंगली लता नहीं। पथ प्रदर्शिका चुनो, लक्ष्य का हो बोध ज्ञान,एक बार जो बढ़ दिए, स्वयं को ही…