Varanasi: Spirituality, Heritage, Simplicity, yet Modern

श्रृंगार हो, वियोग हो, वीर हो, भक्ति हो या भले नीरस हो जाऊं,मन उमड़ उमड़ के गंगा हो जाये, और मैं बस बनारस हो जाऊं  | ग़ाफ़िल Ganga: Where momentum…

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इतनी सी खुशी…

न हमें मोती चाहिए, न ही कोहिनूर चाहिए,बस कुछ ज़रूरी चेहरों पे इक खास नूर चाहिएखिले रहें ये चेहरे हर मौसम सुबह-ओ-शाम,बस इतनी सी खुशी हमें भरपूर चाहिए ग़ाफ़िल

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अमावस

ज़रूरी नहीं हर रात हो चाँद से रौशन, साये हम-बदन से तो बस अमावस में लगते हैं,जुगनू भी ये बात समझते हैं अलबत्ता, इसीलिए रह रह के आलस में जलते…

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ख़ालिस खुशी…

जिन्न-ए-दौलत मिले, जिन्न-ए-रियासत मिले,चाहे एक मुकम्मल सियासत मिले,ख़ालिस खुशी अपनी कमाई के चन्द सिक्के ही देते हैं,चाहे लाख दीनारों की विरासत मिले। ग़ाफ़िल

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मुश्किल तो है….

मुश्किल तो है.... जाना उसे तो हुआ ये एहसास, शुक्र है ख़ुदा, ज़िन्दगी में शामिल तो है,है अजब रिश्ता पर कैसा भी हो, लफ़्ज़ों के लेनदेन की तकमील तो है।…

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निशान-ए-आब

दर्द में मजा पाने का हुनर होगा बेशक़ अनोखाआँसू भले सूख जाते हों, दाग़ नहीं जाते।होना पड़ा जो कभी खुश उस खुदा के करम से,याद रहे, याददाश्त है ये, इससे…

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जो प्रेम तुझे न कर पाया……

जो प्रेम तुझे न कर पाया, तू सोच भला वो क्या पाया।तू तो मूरत में भी प्राण भर दे, मूरत भी न वो बन पाया। समझा जिसने भी इस विश्व…

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लक्ष्य

बढ़े चले हैं मार्ग पर, गंतव्य का पता नहीं।मनुष्य बुद्धिमान हो, कोई जंगली लता नहीं। पथ प्रदर्शिका चुनो, लक्ष्य का हो बोध ज्ञान,एक बार जो बढ़ दिए, स्वयं को ही…

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